A Simple Key For kids cartoon stories Unveiled

महीने बीत गए और सर्दी आ गई। घास का मैदान बर्फ से ढक गया, और भोजन दुर्लभ हो गया। टिड्डा वैभव, जिसने सर्दियों के लिए तैयारी नहीं की थी, ठंडा और भूखा था। वह अंजलि के घर गया और खाना मांगा.

माता रमाई स्वर्ण थी पर जीवन की आग में तपकर वह कुंदन बन चुकी थीं ।

ये अनगिनत काश ही हैं, जो अब उनकी जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं.......

प्रकृति सदैव मानव की रक्षा करती है, मानव के जीवन का एक अभिन्न अंग होती है और मनुष्य को प्रकृति पुत्र के समान पालन करती है।

(एक) बाहर शोरगुल मचा। डोड़ी ने पुकारा— “कौन है?” कोई उत्तर नहीं मिला। आवाज़ आई— “हत्यारिन! तुझे कतल कर दूँगा!

पैन का इतिहास, भूगोल, वाणिज्य सुन-सुनकर मैं परेशान हो गया था।

दयालु होने के कारण अंजलि ने अपना भोजन वैभव के साथ साझा किया। वैभव ने एक मूल्यवान सबक सीखा और तब से कड़ी मेहनत करने और भविष्य के लिए तैयारी करने का फैसला किया।

एक लाठी निकाली और कालिया की मरम्मत कर दी।

हिरनी गीदड़ के पीछे दौड़ने लगी। गीदड़ अपने प्राण लेकर वहां से रफूचक्कर हो गया।

मेरे दिल में जो उसके बारे में राय थी वो तो कब की बदल गई थी।

If our mom only understood, how she would get more info pity us! appear, allow us to go with each other out in the huge world! So they went, and journeyed The complete working day as a result of fields and meadows and stony sites, aRead the Tale →

मैं बरामदे में टहल रहा था। इतने में मैंने देखा कि विमला दासी अपने आँचल के नीचे एक प्रदीप लेकर बड़ी भाभी के कमरे की ओर जा रही है। मैंने पूछा—क्यों री!

पूरे गांव में गोपाल के घर से दूध बिकने लगा।

पिंटू दौड़कर अपनी मां को बुला लाता है।

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